Friday, October 4, 2024
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दूसरो की प्यास बुझाने वाले आखिर क्यों हैं प्यासे?

रफ़ी खान /उत्तराखंड!

उत्तराखंड प्रदेश में सालो से दूसरो की प्यास बुझाते चले आ रहे अब अपनी प्यास बुझाने को सड़को पर उतर कर आवाज बुलंद करने को विवश हो चले हैं। हल्द्वानी में धरना प्रदर्शन कर दून तक अपनी आवाज पहुंचाते हुए कहां…

साहब महंगाई के इस दौर में 8 हजार में घर चलता है क्या…?

20-25 साल हो गए पर सम्मान जनक मानदेय आखिर हमारे लिए सरकार के पास क्यों नहीं….?

नैनीताल। शुक्रवार को एक बार फिर उतराखंड जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ कुमाऊं मंडल के आह्वान पर हल्द्वानी जल संस्थान परिसर में संविदा कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया इस दौरान संविदा कर्मचारियों की आंखों में सरकार और प्रशासन के खिलाफ गहरा दुख देखने को मिला। जहां प्रदर्शनकारियो ने कहा कि वह 20-25 वर्षों से जल संस्थान में सेवा देते आ रहें हैं पर आज तक सम्मान जनक मानदेय नहीं दिया गया। महंगाई लगातार बढ़ रही है और हमें मात्र 8-9 हजार रुपये मानदेय दिया जाता है, ऐसे में हम कैसे अपना घर चलाते हैं इस बात को सरकार को सोचना चाहिए।

उनका कहना था कि कई बार तमाम जन प्रतिनिधियों, सरकार, प्रशासन को इस बात से अवगत कराया जा चुका है मगर किसी के कान में जूं तक नहीं रेंगती। कर्मचारियों ने कहा कि अब इन हालातों में परिवार का भरण-पोषण नहीं हो पा रहा है अगर सरकार ने हमारी सुध नहीं ली तो एक व्यापक आंदोलन किया जाएगा और आने वाले चुनावों में सरकार को इसका खमियाजा भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।

उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि हमें कम से कम 22 हजार रुपये मानदेय दिया जाए, पूर्व में किए समझौते के अनुसार उन शर्तों का पालन किया जाए और स्वैप श्रमिकों को संविदा श्रमिकों की भांति भुगतान किया जाए।

Rafi Khan
Rafi Khan
Editor-in-chief
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