भारतीय जनता पार्टी द्वारा राजस्थान विधानसभा चुनाव की अपनी पहली 41 उम्मीदवारों की जारी सूची के बाद पार्टी को सूबे में बड़ी बगावत का सामना करना पड़ रहा है बताया जा रहा है भाजपा द्वारा जारी लिस्ट में कम से कम सात दावेदारों का नाम शामिल नहीं होने पर उन्होंने व उनके समर्थकों ने पार्टी के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
जहां इस दौरान एक पार्टी के प्रबल उम्मीदवार भाजपा नेता के समर्थकों ने टिकट काटे जाने से नाराज होकर बीजेपी का झंडा तक जला दिया, एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक पार्टी सूत्रों ने बताया कि कुछ नेताओं के असंतोष को देखते हुए बीजेपी ने इस मामले की जांच के लिए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति का गठन किया है।
झोटवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक राजपाल सिंह शेखावत के समर्थकों ने इस सीट से भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की उम्मीदवारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. करीब तीन घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया गया. शेखावत के समर्थकों ने निर्वाचन क्षेत्र को बचाने के लिए “पैराशूट” उम्मीदवार को हटाने की मांग करते हुए नारे लगाए. विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है।
पूर्व मंत्री शेखावत को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का करीबी माना जाता है और टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने सोमवार देर रात उनसे मुलाकात की थी शेखावत ने राजे से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा 41 उम्मीदवारों की सूची में 10 बागी हैं। वहीं राजस्थान बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और पार्टी नेता ओंकार सिंह लखावत ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से बात की है। फिलहाल राजस्थान में भाजपा को अपनी पहली सूची में ही भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है जिससे आने वाला समय पार्टी के लिए और मुश्किल भरा नजर आने लगा है हालाकि की पार्टी के शीर्ष नेताओं को आशा है कि इस असंतोष को जल्द खत्म कर दिया जाएगा।