रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
उत्तराखंड। मुख्यमंत्री के “फिट उत्तराखण्ड” अभियान को ज़मीन पर उतारने के लिए कुमायूं पुलिस ने कमर कस ली है। अब सिर्फ अपराधियों से नहीं, बीमारियों से भी लड़ेगी पुलिस! मोटापा, शुगर और हाई बीपी जैसी बीमारियों से जूझ रहे जवानों को चुस्त-दुरुस्त बनाने का खाका तैयार कर लिया गया है। कुमायूं रेंज के सभी ज़िलों में हर शुक्रवार की परेड अब सिर्फ अनुशासन का नहीं, सेहत का भी पैमाना बनेगी। चिन्हित किए गए बीमार पुलिसकर्मियों की मौजूदगी अनिवार्य रहेगी, जहां होंगे उनका हेल्थ चेकअप और मिलेगा विशेषज्ञों से परामर्श। बदलते रहन-सहन और संतुलित आहार की सीख के साथ जवानों को योग व एक्सरसाइज के लिए प्रेरित किया जाएगा।हर जिले में प्रतिसार निरीक्षक होंगे ‘पुलिस स्वास्थ्य कल्याण अधिकारी’ और पुलिस लाइन के डिप्टी एसपी खुद बीमार कर्मियों के परिजनों से करेंगे सीधा संपर्क। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे पुलिसकर्मियों के इलाज में न कोई देरी होगी और न कोई कोताही। ज़रूरत पड़ी तो आयुष्मान और गोल्डन कार्ड के ज़रिए हो रहा इलाज भी ट्रैक कर धनवापसी का पूरा इंतज़ाम किया जाएगा। इतना ही नहीं, जानलेवा बीमारियों से पीड़ित पुलिसकर्मियों को प्राथमिकता पर अवकाश और बेहतर अस्पतालों में रेफर करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। जिले से लेकर मुख्यालय तक जीवन रक्षक निधि से आर्थिक मदद की व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। साफ है, अब पुलिस सिर्फ जनता की सुरक्षा नहीं, खुद की सेहत की भी पहरेदार बनेगी। फिट पुलिस, स्ट्रॉन्ग उत्तराखण्ड का नया फॉर्मूला कुमायूं रेंज में पूरी सख्ती से लागू होने जा रहा है!