रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
रामनगर। अब कार्बेट टाइगर रिज़र्व में घूमने वालों को म्यूजियम में प्रवेश के लिए लंबी लाइन में लगने या मैनुअल परमिट की झंझट से गुजरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। डिजिटल इंडिया अभियान को आगे बढ़ाते हुए कॉर्बेट प्रशासन ने एक बड़ी पहल की है। कॉर्बेट इंटरप्रिटेशन सेंटर, धनगढ़ी में अब QR कोड के जरिए ऑनलाइन टिकटिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है। इसका मतलब यह है कि अब पर्यटक अपने स्मार्टफोन से गेट पर लगे QR कोड को स्कैन कर सकते हैं और तत्काल ऑनलाइन बुकिंग कर सीधे म्यूजियम में प्रवेश पा सकते हैं।
यह सुविधा आगंतुकों को टिकट के लिए नकद भुगतान और लाइन में खड़े होने जैसी परेशानियों से मुक्त कर देगी। टिकट शुल्क का भुगतान UPI के माध्यम से किया जाएगा और भुगतान के तुरंत बाद आगंतुकों को एक डिजिटल टिकट प्राप्त होगा जिसे कर्मचारी स्कैन कर प्रवेश देंगे। यह पूरी प्रक्रिया न केवल आसान और पेपरलेस है बल्कि पर्यटकों के समय की भी बचत करेगी।
कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने जानकारी दी कि प्रतिवर्ष धनगढ़ी म्यूजियम में 70 से 80 हजार पर्यटक आते हैं, जिससे सरकार को लगभग 75 से 80 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होता है। अब इस डिजिटल टिकटिंग से न केवल व्यवस्था में पारदर्शिता आएगी बल्कि कर्मचारियों के लिए भी भीड़ का प्रबंधन करना कहीं अधिक सरल होगा।
डॉ. बडोला ने बताया कि उत्तराखण्ड शासन द्वारा धनगढ़ी इंटरप्रिटेशन सेंटर में प्रवेश शुल्क निर्धारित किया गया है – भारतीय नागरिकों के लिए ₹100 प्रति व्यक्ति, विदेशी नागरिकों के लिए ₹200, 12 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए ₹25, वैध छात्र पहचान पत्र के साथ छात्रों को ₹50 और वरिष्ठ नागरिकों को भी ₹50 में प्रवेश की सुविधा मिलेगी।
QR कोड स्कैन कर टिकट प्राप्त करने की यह तकनीक कार्बेट रिजर्व की पारंपरिक व्यवस्था में तकनीकी बदलाव का प्रतीक है और यह पहल न केवल टूरिस्ट फ्रेंडली है बल्कि प्रशासन के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की दिशा में भी एक मजबूत कदम है।