बीते कुछ समय पहले मध्य्प्रदेश ओर राजस्थान में कफ सीरप के कारण कई बच्चो की जान चली गई थी जिसके बाद उत्तराखंड में भी प्रतिबंधित दवाइयों के खिलाफ एडवाइजरी जारी की गई थी.. प्रतिबंधित दवाइयों की रोकथाम के लिए प्रसाशन लगातार सहज बना हुआ है बीती शाम काशीपुर में पुलिस और एसओजी विभाग की संयुक्त कार्यवाही में प्रतिबंधित नशीली दवाइयों ओर कफ सीरप का बड़ा जखीरा पकड़ा गया है।
आपको बता दे जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर में बीती शाम पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक नशीली दवाइयों का गोदाम पकड़ा है। पुलिस ने नशीली दवाइयों का कारोबार करने वाले एक युवक को गिरफ्तार भी किया है।
दरसल पुलिस और एसओजी की संयुक्त गस्त के दौरान टांडा चौकी के नजदीक एक व्यक्ति सफेद रंग की स्कूटी संख्या UK18C 5740 से आ रहा था जो पुलिसकर्मियों को देखकर अचानक वापस जाने लगा तथा हड़बड़ाहट में स्कूटी सहित नीचे गिर गया। इस दौरान स्कूटी पर रख्खी गत्ते की पेटी भी नीचे गिर गयी। शक होने पर पलिस ने उसे रोककर उस व्यक्ति से नाम पता पूछते हुए वापस मोड़ने का कारण पूछा तो पूछताछ करने पर उसने अपना नाम दीपक ठाकुर पुत्र कृष्णपाल सिंह निवासी ग्राम शक्तिखेड़ा, थाना भगतपुर उत्तर प्रदेश का बताया। जब दीपक से स्कूटी में रखी गत्ते की पेटियों के संबंध में पूछा तो उसने बताया कि इसमें कफ सिरफ हैं, जिनको वह अपने मेडिकल स्टोर में ले जा रहा है। मेडिकल स्टोर के संबंध में पूछताछ की गई तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
जिसके बाद पुलिस द्वारा दीपक से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसने और काशीपुर के कविनगर के रहने वाले विपुल चौहान ने एक गोदाम किराये पर लिया हुआ है। जिसमें उन्होंने दवाइयों की पेटियां रखी हैं, उन दवाइयों को वे दोनों बाजार में व अन्य जगह पर डिमांड में बेचने जाते है। तत्पश्चात गोदाम के शटर पर लगे दोनों तालों को मकान मालिक व पुलिस द्वारा तोड़ा गया। जहां गोदाम के अन्दर प्रतिबंधित 5000 नशीले इंजेक्शन ओर 350 कफ सिरप बरामद हुए जिसकी कीमत लगभग 8 लाख रुपए बताई जा रही है।
पुलिस ने आरोपी दीपक के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है वहीं दीपक द्वारा बताए गए दूसरे आरोपी विपुल की इसमें संलिप्ता की जांच कर रही है। काशीपुर के पुलिस अधीक्षक स्वपन किशोर ने बताया अवैध नशे के खिलाफ हमारी कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।


