रामनगर। ईद उल अजहा (बकरीद) की तैयारियों को लेकर रामनगर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद नजर आया। मंगलवार को कोतवाली परिसर में एक अहम बैठक का आयोजन हुआ, जहां शहर की अमन-चैन और स्वच्छता को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और समाज के नुमाइंदों ने एकजुट होकर रणनीति बनाई।
रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
इस शांति बैठक की कमान संभाली एसडीएम प्रमोद कुमार ने, जिनके साथ सीओ सुमित पांडे, कोतवाल अरुण सैनी, नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अकरम, सभासद और तमाम सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
बैठक में सबसे पहले साफ कर दिया गया कि ईद 7 जून को मनाई जाएगी और रामनगर में यह त्योहार तीन दिन तक धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दौरान सुबह 6 से 11 बजे तक बिजली और पानी की आपूर्ति में कोई खलल न पड़े, इसके लिए संबंधित विभागों को पहले ही अलर्ट कर दिया गया है।
एसडीएम ने साफ संदेश दिया कि कुर्बानी पूरी तरह नियमों के तहत होनी चाहिए। किसी भी जानवर का अवशेष नाली या नहर में फेंकना सख्त मना है, ताकि गंदगी और बीमारी से बचा जा सके। खासतौर पर यह चेतावनी भी दी गई कि कोई भी कुर्बानी की तस्वीर सोशल मीडिया पर अपलोड न करे, वरना कार्रवाई तय मानी जाए।
इधर मानसून की दस्तक ने भी प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में गर्जिया मंदिर और कोसी बैराज क्षेत्र को पूरी तरह प्रतिबंधित घोषित किया गया है और वहां पुलिस की तैनाती रहेगी। सिंचाई विभाग को भी निर्देश मिले हैं कि नदी किनारे भीड़ न जुटे, इसका खास ख्याल रखा जाए।
बाइक पर तीन की सवारी या ओवर स्पीड का शौक रखने वालों के लिए भी प्रशासन ने चेतावनी जारी कर दी है—ऐसे वाहनों पर सख्त कार्रवाई होगी।
अधिकारियों ने साफ कहा कि ईद का त्योहार आपसी भाईचारे और शांति के साथ मनाएं और प्रशासन के साथ पूरा सहयोग करें। ताकि यह पर्व सिर्फ कुर्बानी का ही नहीं, अमन, इंसानियत और एकजुटता का पैगाम भी दे।
ईद का पर्व