रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
रामनगर टैक्स बार की एक अहम बैठक करन मोटल, मंगलार रोड पर आयोजित की गई, जिसमें अधिवक्ताओं की आवाज़ उन मुद्दों पर गूंज उठी जो लंबे वक्त से नजरअंदाज़ किए जा रहे थे। अध्यक्षता की कमान वरिष्ठ अधिवक्ता पूरन चंद्र पांडे ने संभाली, जबकि संचालन का ज़िम्मा सचिव गौरव गोला ने निभाया।
बैठक में जुलाई माह में होने वाले स्थानांतरणों को लेकर विशेष चर्चा हुई। तीन साल या उससे अधिक समय से एक ही पद पर जमे अधिकारियों और कर्मचारियों को नियमों के तहत तत्काल स्थानांतरित करने की मांग की गई। वहीं रामनगर में लंबे समय से जमे अधिकारियों को यहां न दोबारा भेजने की सख्त सिफारिश की गई। इस विषय पर टैक्स बार का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही राज्य कर कार्यालय हल्द्वानी स्थित ज्वाइंट कमिश्नर और जिलाधिकारी नैनीताल से मुलाकात करेगा।
बैठक में समाधान योजना के तहत छोटे व्यापारियों को राहत देने के लिए वर्तमान 75 लाख की लिमिट बढ़ाकर 1.5 करोड़ करने की पुरजोर मांग उठी ताकि अधिक से अधिक व्यापारी इसका लाभ उठा सकें। साथ ही पंजीयन सस्पेंड करने और उसे पुनः चालू करने में आ रही परेशानियों पर भी चर्चा हुई।
रामनगर में बढ़ते ट्रैफिक जाम पर भी बार ने चिंता जाहिर की। खासतौर पर रोडवेज के गेट पर गाड़ियों की पार्किंग से रानीखेत रोड पर जाम की स्थिति बनने की बात कही गई। इसके समाधान के लिए गाड़ी को रोडवेज परिसर में 100 मीटर अंदर खड़ा करने और दो गेट बनाने का सुझाव दिया गया। वहीं, एक ही दिशा में जाने वाली दो रोडवेज बसों के बीच 15 मिनट का अंतर रखने की सिफारिश भी की गई ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके।
मनु अग्रवाल, जो बार के उपसचिव सदस्य हैं, ने रामनगर अस्पताल को बेस अस्पताल का दर्जा देने और पीरूमदारा में अस्पताल के उच्चीकरण की मांग रखते हुए, सभी ज़रूरी डॉक्टरों की तैनाती पर जोर दिया।
फूड लाइसेंस से संबंधित समस्याएं भी बैठक में गूंजती रहीं। व्यापारियों को हो रही दिक्कतों को बार ने गंभीरता से लिया और इसे जल्द समाधान हेतु प्रशासन के समक्ष रखने की बात कही।
इस बैठक में उपाध्यक्ष प्रबल बंसल, फिरोज अंसारी, कोषाध्यक्ष विशाल रस्तोगी, मनोज अग्रवाल, जीशान मालिक, मनोज बिष्ट, शोभित अग्रवाल, संजीव अग्रवाल, फैजुल हक, सागर भट्ट, भोपाल रावत सहित कई अधिवक्ताओं ने अपनी भागीदारी और सुझावों से बैठक को गरिमा दी।