बड़े शहर में एक बड़ी ऑनलाइन डिजिटल धोखाधड़ी का मामला सामने आया है जिसके बाद बाद हरकत में आई पुलिस ने फ्रॉड में शामिल कर्मचारियों पर मुकद्दमा दर्ज कर जांच शुरू की है।
शाहनवाज नक़वी/ उत्तर प्रदेश ब्यौरा
मुरादाबाद। तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय से जुड़ा एक डिजिटल धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें डेंटल कॉलेज के कर्मचारी दीपक द्वारा ऑनलाइन सट्टा खेलने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया गया। सट्टा लगाने के लिए अपने खाते का प्रयोग करता था और सट्टा जीतने पर डेंटल कॉलेज के अन्य कर्मचारी जिसका नाम विशेष है, के खाते का इस्तेमाल करता था।

दिनांक 13.06.2025 को जयपुर सिटी के रहने वाले किसी शख्स के साथ एक बड़ी धनराशि का एक फ्रॉड हुआ जिसमे से 50,000 रूपए डेंटल कॉलेज के कर्मचारी विशेष के खाते में मंगवाए गए। दिनांक 16.06.2025 को विशेष कुमार ने डेंटल कॉलेज की स्वैप मशीन के माध्यम से 2,500 रुपये का ट्रांजेक्शन TMU के अकाउंट में किया। साइबर फ्रॉड सेल द्वारा TMU प्रशासन को सूचना दी कि आपका 1829 रुपये होल्ड कर दिया गया है। उसके बाद इस प्रकरण की जांच TMU के संयुक्त निदेशक, सुरक्षा एवं प्रशासन आर.पी. गुप्ता द्वारा की गयी तथा जांचोपरांत पाया गया कि डेंटल कॉलेज कर्मचारी दीपक, ऑनलाइन सट्टा खेलता है तथा साथी कर्मचारी विशेष के खाते में उस फ्रॉड के पैसे की एंट्री पायी गई तथा डेंटल कॉलेज के अन्य कर्मचारी नितिन सैनी और जसवीर जो मरीजों से इलाज का पैसा नकद कलेक्ट करते थे और बाद में उस पैसो को UPI के द्वारा जमा किया हुआ दिखा दिया जाता था।
जांच में पाया गया है कि ये चारों कर्मचारी दीपक, विशेष, नितिन सैनी और जसवीर डेंटल कॉलेज के खाते में UPI के माध्यम से कई बार ट्रांजेक्शन कर चुके हैं। इन चारों के खिलाफ ऑनलाइन डिजिटल धोखाधड़ी का मुक़दमा पंजीकृत करा दिया गया है। पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।