रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
रामनगर। में कांग्रेस कार्यालय पर कब्जे को लेकर चल रहा विवाद अब और ज्यादा गहराता जा रहा है। जहां एक ओर कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत इस मामले में पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी नीरज अग्रवाल ने एक प्रेस वार्ता कर पूर्व विधायक पर बेहद गंभीर आरोप लगाकर माहौल को और गर्म कर दिया है। नीरज अग्रवाल ने दावा किया है कि जिस जमीन पर कांग्रेस कार्यालय बना है, वह उनकी निजी संपत्ति है, और रणजीत सिंह रावत द्वारा उस पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। यही नहीं, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रावत ने उनसे तीन करोड़ रुपए की फिरौती मांगी और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो उन्हें और उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी गई। नीरज अग्रवाल का कहना है कि अब कांग्रेस के कुछ नेता प्रदेश में खुलेआम गुंडागर्दी पर उतर आए हैं, और व्यापारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें और उनके परिवार को जान-माल का खतरा है, और इस घटना से वे काफी डरे हुए हैं। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और ऐसे दबंग नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, साथ ही उन्हें सुरक्षा भी प्रदान की जाए। उधर, रणजीत सिंह रावत का कहना है कि कार्यालय पर उत्तर प्रदेश के कुछ लोगों ने जबरन कब्जा करने की कोशिश की और उन पर हमला भी किया गया। अब दोनों ही पक्ष अपने-अपने दावे कर रहे हैं और आरोप प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है, लेकिन इस टकराव ने रामनगर की राजनीतिक और सामाजिक फिजा में एक नई हलचल पैदा कर दी है।