रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
काशीपुर। परिक्षेत्र के गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी पहल—ग्राम शिवपुर बैल जोड़ी, धर्मपुर आलिया और धनपुर घासी में प्राथमिक पौधशालाओं का औचक निरीक्षण और कार्यों की सघन जांच की गई। खुद गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग के प्रचार एवं जनसंपर्क अधिकारी नितेश कुमार मैदान में उतरे और सीधे किसानों से की सीधी बात! ग्राम शिवपुर बैल जोड़ी में हुई किसान गोष्ठी में गन्ना विभाग के विशेषज्ञों ने किसानों को खेतों में उन्नति के मंत्र दिए। जनसंपर्क अधिकारी नितेश कुमार ने कहा, “अब वक्त आ गया है कि गन्ना किसान पुरानी परंपराओं से आगे बढ़ें और वैज्ञानिक विधियों को अपनाएं। खेत की मिट्टी में छिपे 16 सूक्ष्म पोषक तत्वों की जांच करिए और समझिए कि क्या है ज़रूरत आपकी ज़मीन की।” गोष्ठी में किसानों को बताया गया कि कैसे आधुनिक तकनीक से खेती कर प्रति हेक्टेयर गन्ना उत्पादन में जबरदस्त इजाफा किया जा सकता है। उन्होंने खासतौर पर गन्ने की उन्नत प्रजातियों जैसे 15023, 13235 और 14201 को अपनाने का सुझाव दिया। साथ ही आगाह किया कि 0238 प्रजाति रेड रॉट रोग की चपेट में आ सकती है, इसलिए समय रहते रिप्लेसमेंट ज़रूरी है। वैज्ञानिकों ने गन्ने की फसल को होने वाली बीमारियों और उनके इलाज पर भी विस्तार से जानकारी दी। दवाइयों के उपयोग से लेकर रोकथाम की तकनीकों तक सब कुछ किसानों को सरल भाषा में समझाया गया। गोष्ठी में गन्ना विभाग के अधिकारियों ने यह भी सुनिश्चित किया कि हर किसान तक उन्नत बीज, सही जानकारी और तकनीकी सहायता समय पर पहुंचे। इस पहल का मकसद सिर्फ पैदावार बढ़ाना नहीं, बल्कि गन्ना किसानों को आर्थिक रूप से भी मज़बूत बनाना है। गन्ना खेतों में अब ज्ञान और तकनीक का होगा सीधा सिंचन, किसान बनेंगे वैज्ञानिक सोच वाले खेतपति!