रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
हल्द्वानी। देश के कुछ तथाकथित संगठनों के विरोध के बावजूद, हल्द्वानी में महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्री बाई फुले के जीवन और उनके सामाजिक न्याय, समानता एवं शिक्षा के लिए किए गए अतुलनीय योगदान को समर्पित ‘फुले’ फिल्म के दो शो कल हाउसफुल होंगे। यह फिल्म ऐसे सामाजिक संघर्ष को दर्शाती है, जिसने देश की सोच को बदलने का साहस दिखाया। युवा सामाजिक कार्यकर्ता दीपक तिरूवा, अमित कुमार आर्य, अजय कुमार आर्य, सूर्य प्रकाश चन्याल, संजय कुमार, रवि कांत राजू के नेतृत्व में तथा अम्बेडकर जयंती समारोह समिति के संरक्षक दीपक चन्याल, मुख्य संयोजक दीप दर्शन, महा सचिव दिनेश आर्य, सह- संयोजक बीरेन्द्र टम्टा, सुनिता आर्या, इन्दर लाल आर्य, विजय कुमार, एडवोकेट गंगा प्रसाद, आर्मी के नफीस अहमद, बीoएलo आर्य, जीoआरo टम्टा सहित अनेक सामाजिक संगठनों और युवाओं के प्रयास से यह फिल्म हल्द्वानी में प्रदर्शित हो रही है। युवा नेता मीमांसा आर्य ने इस अवसर पर कहा, “फुले दंपत्ति का संघर्ष और उनके द्वारा आरंभ किया गया शिक्षाक्रांति का इतिहास हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। विशेषकर महिलाओं को शिक्षा और समानता देने के लिए उनका यह संघर्ष आज भी प्रेरणा स्रोत है।” हालांकि कुछ संगठनों ने इस फिल्म के प्रदर्शन को लेकर आपत्तियां जताई हैं, लेकिन युवा कार्यकर्ताओं का मानना है कि ‘फुले’ फिल्म सामाजिक न्याय, समानता और शिक्षा के लिए एक प्रेरणादायक दस्तावेज़ है। दीपक तिरूवा ने कहा, “फुले दंपत्ति का संघर्ष और उनके द्वारा आरंभ किया गया शिक्षाक्रांति का ये इतिहास हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। इसे रोकने या दबाने का प्रयास अस्वीकार्य है।”अमित कुमार आर्य ने भी जोर देकर कहा कि “यह फिल्म न केवल इतिहास का चित्रण है, बल्कि आज की युवा पीढ़ी को जागरूक करने और सामाजिक कुरीतियों को दूर करने की मिशाल भी है।” हम आपसे विनम्र निवेदन करते हैं कि इस महत्वपूर्ण फिल्म के प्रदर्शन की कवरेज करें और इसके बाद भी दर्शकों की प्रतिक्रियाओं को साझा करें। इस प्रयास से न केवल ‘फुले’ फिल्म को सही सम्मान मिलेगा, बल्कि हल्द्वानी में सामाजिक संवाद और जागरूकता भी बढ़ेगी। यह निवेदन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हम चाहते हैं कि कोई विवाद या नकारात्मकता इस महान सामाजिक आंदोलन को प्रभावित न करे। हल्द्वानी के लोग इस फिल्म को देखकर गर्व महसूस कर रहे हैं और आने वाले दिनों में इसे और भी जनपदों में प्रदर्शित कराने की योजना है।