रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
रामनगर। राज्य कर विभाग ने रामनगर में बड़ी कर कार्रवाई को अंजाम दिया है। छोई स्थित राज्य कर भवन में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता सहायक आयुक्त राज्य कर अनिल कुमार सिन्हा ने की। उन्होंने बताया कि आयुक्त कर उत्तराखंड सोनिका के निर्देशों के बाद विभाग द्वारा पंजीकरण निरस्त होने के बावजूद कारोबार कर रही फर्मों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसी कड़ी में रामनगर क्षेत्र की एक प्रतिष्ठित आभूषण फर्म पर विभागीय टीम ने छापेमारी की। जांच के दौरान लगभग 3 करोड़ रुपये की अघोषित बिक्री का खुलासा हुआ जिसे विभाग ने कर चोरी का गंभीर मामला माना है। टीम ने मौके पर ही व्यापारी से 2 लाख रुपये की कर राशि जमा कराई जबकि शेष करदेयता को 15 दिनों के भीतर जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। सहायक आयुक्त के अनुसार, पिछले एक महीने में निर्माणाधीन इकाइयों से विभाग ने करीब 3 करोड़ रुपये का कर रिवर्स करवाया है। वहीं, 22 सितंबर 2025 से लागू किए गए संशोधित GST नियमों के बाद होटल और रिसॉर्ट सेक्टर की जांच में भी भारी अनियमितताएँ सामने आई हैं। रामनगर परिक्षेत्र स्थित विभिन्न होटल रिसॉर्ट्स से 53.01 लाख रुपये का कर रिवर्स कराया गया है जबकि एक रिसॉर्ट संचालक से 5 लाख रुपये की राशि जमा कराई गई है। विभाग ने मनरेगा के अंतर्गत हुए कार्यों की जांच में भी तेजी लाई है। रिपोर्ट के अनुसार, 10 व्यापारियों ने भुगतान प्राप्त करने के बावजूद कर जमा नहीं किया, जिसके खिलाफ विभाग ने सख्त कार्यवाही शुरू कर दी है। बाकी व्यापारियों के आंकड़ों की जांच फिलहाल जारी है। सहायक आयुक्त अनिल कुमार सिन्हा ने साफ कहा कि विभाग पंजीकरण रद्द होने के बाद भी चोरी-छिपे व्यापार करने वालों को बख्शने वाला नहीं है। उन्होंने सभी व्यापारियों से समय पर कर अदायगी और नियमों के पालन की अपील की।


