घने जंगलों के बीच बसा क्यारी गांव अब हुनर की नई रोशनी से जगमगाने वाला है। नेचर बायो फूड्स कंपनी ने अपनी किसान परियोजना के तहत क्यारी में एक सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत की है, जो यहां की महिलाओं और बेटियों को आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ाने का काम करेगा।
रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
इस इलाके की बड़ी समस्या रही है कि लड़कियों को सिलाई सीखने के लिए दूर शहर जाना पड़ता था, जिससे ना सिर्फ समय और धन खर्च होता था, बल्कि जंगल के बीच बसे गांव से शहर तक सफर करना भी जोखिम से भरा रहता था। लेकिन अब गांव में ही ये सुविधा मिलने से महिलाओं के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है।
नेचर बायो फूड्स कंपनी ने गांव का गहराई से सर्वे करने के बाद इस ज़रूरत को समझा और गांव की महिलाओं के लिए निशुल्क सिलाई प्रशिक्षण की व्यवस्था की है। कंपनी का मानना है कि महिलाएं जब हुनरमंद बनती हैं, तो पूरा समाज आगे बढ़ता है।
सिलाई केंद्र के शुभारंभ मौके पर क्षेत्र के कई गणमान्य लोग मौजूद रहे जिनमें अमित सिंह, बहादुर सिंह बजवाल, वीरेंद्र कुमार, नरेंद्र बिष्ट, नंदन मायल, रेखा नेगी, नीमा सती और गीता बोहरा प्रमुख थे। सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे ग्रामीण विकास की दिशा में बड़ा कदम बताया।
अब देखना यह होगा कि क्यारी गांव की यह पहल बाकी गांवों के लिए भी प्रेरणा बन पाती है या नहीं।