रिपोर्टर मोहम्मद कैफ खान
रामनगर। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के हाथी डगर जोन से आई एक सनसनीखेज खबर ने वन विभाग और वाइल्डलाइफ प्रेमियों में जबरदस्त उत्साह भर दिया है। जिस इलाके को अब तक हाथियों की शांत राह माना जाता था, वहां हाल ही में बाघ की मौजूदगी दर्ज की गई है। और यही है खबर की सबसे बड़ी दहाड़!
हाथी डगर जोन में बाघ का दिखाई देना किसी रोमांचक फिल्म के सीन जैसा है, क्योंकि यह इलाका बाघों की आम आवाजाही से दूर माना जाता रहा है। यहां टाइगर की मौजूदगी को अब तक ‘रेयर साइटिंग’ की श्रेणी में रखा जाता था। लेकिन अब जो कैमरा ट्रैप में बाघ की तस्वीरे कैद हुई हैं, उन्होंने कॉर्बेट प्रशासन को नई उम्मीदें और रोमांच दे दिया है।कॉर्बेट प्रशासन इस दृश्य को बड़ी उपलब्धि के तौर पर देख रहा है। वनाधिकारियों का कहना है कि यह न सिर्फ क्षेत्र की जैव विविधता के लिए अच्छा संकेत है, बल्कि इस बात का भी सबूत है कि बाघ अब उन इलाकों में भी अपना दायरा बढ़ा रहे हैं, जहां पहले उनकी उपस्थिति बहुत कम थी।
अब हाथी डगर का नाम सिर्फ हाथियों की वजह से नहीं, बल्कि बाघ की दहाड़ के लिए भी लिया जाएगा। इससे वाइल्डलाइफ टूरिज्म को भी नया पंख लग सकता है। टूर ऑपरेटर्स से लेकर गाइड्स तक, सबकी निगाहें अब इस नए ‘हॉटस्पॉट’ पर टिक गई हैं। कहानी में नया मोड़ है, जंगल के राजा ने ली नई राह और रामनगर का हाथी डगर बना जंगल की नई चर्चा का केंद्र!
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